THE BASIC PRINCIPLES OF SIDH KUNJIKA

The Basic Principles Of sidh kunjika

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दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्

श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्

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धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?

नमस्ते शुम्भ हन्त्र्यै च, निशुम्भासुर घातिनि।

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

धां धीं धूं धूर्जटेः पत्नीः, वां वीं वागधीश्वरी तथा।

You ought to make certain that you don’t recite it with any unwell emotions or with read more any detrimental intentions. 

मनचाहा फल पाने के लिए ये पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.

This really is prayer with the Kunjika that is The rationale for awakening. Oh Parvathi, keep this safeguarded and saved magic formula from those people who are not devotees.  

नमस्ते शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।

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